प्रधानाध्यापक राजेश शर्मा को भावभीनी विदाई: एक प्रेरणादायक यात्रा का समापन

प्रधानाध्यापक राजेश शर्मा को भावभीनी विदाई: एक प्रेरणादायक यात्रा का समापन
हरपालपुर, शासकीय प्राथमिक विद्यालय नाउपहारिया में आज एक युग का समापन हुआ, जब प्रधानाध्यापक राजेश शर्मा को उनकी सेवानिवृत्ति पर भावभीनी विदाई दी गई। यह समारोह सिर्फ एक विदाई नहीं, बल्कि शिक्षा के प्रति उनके अदम्य समर्पण और प्रेरणादायक नेतृत्व का सम्मान था, जिसमें शिक्षक, विद्यार्थी, अभिभावक और ग्रामीण जन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
राजेश शर्मा ने अपने कार्यकाल में नाउपहारिया के शासकीय प्राथमिक विद्यालय को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनकी दूरदर्शिता, कड़ी मेहनत और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने विद्यालय को क्षेत्र में एक आदर्श संस्थान बना दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में स्वीकार किया कि शर्मा जी ने अपने कार्यकाल में शिक्षा के स्तर को ऊंचाई तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी नेतृत्व क्षमता, अनुशासन प्रियता और सरल व्यवहार के कारण वे सभी के प्रिय बने रहे।
शिक्षकों ने भावुक होकर शर्मा जी के साथ बिताए गए पलों और उनके मार्गदर्शन को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे शर्मा जी ने न केवल अकादमिक उत्कृष्टता पर जोर दिया, बल्कि विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों और अनुशासन को भी बढ़ावा दिया। उनके हर निर्णय में विद्यार्थियों का हित सर्वोपरि रहा।
विद्यालय प्रबंधन समिति ने राजेश शर्मा के योगदान को स्वीकार करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया। यह सम्मान उनके निस्वार्थ सेवा और समर्पण के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक था।
अपने विदाई भाषण में राजेश शर्मा ने विद्यार्थियों को परिश्रम और ईमानदारी से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने का माध्यम है। उनका यह संदेश उपस्थित सभी लोगों के लिए एक गहरी प्रेरणा बन गया।
इस अवसर पर प्राचार्य प्रेमचन्द्र अनुरागी, परम्परा बचाओ समिति के सदस्य स्वामी सिंह परमार, महेन्द्र त्रिपाठी, मनोज सिंह परिहार, विजय गंगले, शिक्षकगण हरेन्द्र सिंह सेगर, श्रीमती गरिमा त्रिपाठी और समस्त स्टाफ, सीएसी शिवम पटेरिया और सरपंच राजेश यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सभी ने राजेश शर्मा के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और आशा व्यक्त की कि उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
राजेश शर्मा की सेवानिवृत्ति नाउपहारिया विद्यालय के लिए एक अध्याय का अंत है, लेकिन शिक्षा के प्रति उनका समर्पण और उनके द्वारा स्थापित उच्च मानक सदैव प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।

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