मौत का खुला आमंत्रण देते रेलवे ट्रैक के समीप लगे क्रेशर, ब्लास्टिंग के समय पत्थर गिरते हैं ट्रेनों पर


मौत का खुला आमंत्रण देते रेलवे ट्रैक के समीप लगे क्रेशर




ब्लास्टिंग के समय पत्थर गिरते हैं ट्रेनों पर
   डस्ट के कारण क्रेशरों के समीप लगी फसल हो रही है बर्बाद ।
 हरपालपुर। क्रेशर संचालक नियमों को ताक पर रख लोगों की जान माल से खेल रहे। विभागों को मोटी रकम थमाकर एवं गलत जानकारी देकर क्रेशर संचालक नये क्रेशर स्थापित कर रहे हैं और सरसेङ क्षेत्र में मानकता से भी अधिक उत्खनन कर रहे हैं। क्रेसर संचालकों द्वारा ब्लास्टिंग में प्रयोग की जाने वाली बारूद को ईडी सेल द्वारा भरकर ब्लास्ट किया जाता है। जिससे ब्लास्टिंग के समय खदानों से पत्थर रेलवे ट्रैक पर गिरते हैं। इन क्रेसरो से करीब 500 मीटर की दूरी पर  लगभग आधा दर्जन यात्री गाड़ियों के साथ लाखों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं रात्रि में भी ब्लास्टिंग के समय पत्थर ट्रेन के ट्रैक के पास गिरते हैं तो इससे कोई बड़ा हादसा होने की संभावना बनी रहती है। 





जबकि इन क्रेसर संचालकों के पास  प्रशासन द्वारा बलास्टिंग की अनुमति नही है  इन क्रेशर संचालकों द्वारा  मजदूरों की सुरक्षा के भी  कोई पर्याप्त इंतजाम नहीं है  ना ही वह हेलमेट दिए हुए हैं  और ना ही सुरक्षा के हिसाब से  उन्हें  जूते एवं अन्य सामान मुहैया कराया जा रहा है इस कारण  मजदूरों की  जान माल का खतरा भी  खदानों पर बना रहता है  इन क्रेशर संचालकों द्वारा  मानवता को ताक में रखकर पहाड़ी का खनन किया जा रहा हैं जो कि रेलवे ट्रैक से मात्र आधा किलोमीटर के अंदर ही संचालित है और उसके बगल में भी तीन  क्रेशर लगे हुए हैं इन क्रेसरों से उड़ने वाली डस्ट के कारण सरसेङ क्षेत्र के किसान भी बुरी तरह से प्रभावित है वह प्रशासन के आला अधिकारियों को सूचित भी करते हैं लेकिन क्रेसर संचालकों के राजनीतिक एवं प्रशासनिक पहुँच होने के कारण इन पर कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती है इस कारण से इन क्रेशर  संचालकों के हौसले बुलंद है वह कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। क्रेशर संचालकों से परेशान किसान अपनी जमीनों को कम कीमत पर भी बेचने के लिए तैयार है क्योंकि इन क्रेसर संचालकों के कारण उनकी उपजाऊ जमीन भी बंजर हो गई है और पर्यावरण प्रदूषण की स्वीकृति देने के बाद उनके नियमों को ताक में रखकर  अवैध उत्खनन में क्रेसर संचालक लगे हुए हैं।


क्या बोले अधिकारी--
यह खनिज का मामला है खनिज विभाग को इस पर कार्यावाही करनी चाहिए
वी पी सिंह
 तहसीलदार नौगाँव
आप से जानकारी मिली है जाँच कर दोषी पाये जाने पर कार्यावाही करेंगे।


अजय मिश्रा
खनिज इंस्पेक्टर छतरपुर
 मैंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया उनका कहना था कि रेलवे की सीमा के बाहर खनिज ने परमीशन दी है। यह राज्य का मामला है यदि रेलवे को कोई नुकसान होता है तो विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
 मनोज कुमार सिंह
 पीआरओ रेलवे झांसी

कुलदीप वर्मा
बुंदेलखंड हलचल
+919171982882

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ