पत्नी बोली मेरी बात नही सुनोगे तो मर जाऊंगी

                                                        बुन्देली हलचल


छतरपुर. जिस मां ने कष्ट सहकर बेेटे को पाला-पोसा, ताकि उसका बेटा बुढ़ापे का सहारा बन सके। इतना ही नहीं पति की मौत के बाद बेटे को अनुंकपा में शासकीय नौकरी भी दिलाई। इसके बाद भी बेटे ने उसी मां की बुढ़ापे में मदद नहीं की। मां को वृद्धाश्रम में छोड़ दिया। 3 साल बाद 78 वर्षीय मां ने बीमारी की मौत हुई तो भी बेटे का कलेजा नहीं पसीजा, उसने अपनी पत्नी के दबाव में आकर मां का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। महिला की मौत सुवह 9 बजे करीब हुई, लेकिन शाम 3 बजे तक उनके परिजन अंतिम संस्कार करने के लिए आगे नहीं आए। दर्शना वृद्ध आश्रम सेवा समिति और दर्शना महिला कल्याण समिति के समाजसेवियों ने महिला का अंतिम संस्कार कराया,
बहू ने अपशब्द कहकर किया अपमानित जिला अस्पताल में दर्शना कल्याण समिति द्वारा संचालित वृद्धाश्रम में 3 साल से रही महिला फूलवती चौरसिया की बीमारी और वृद्धावस्था के चलते सोमवार को मौत हो गई। मौत की सूचना उसके बेटे को दी गई, लेकिन बेटे ने मां का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। जानकारी मिलने पर समाजसेवी जुटे। दवाब में बेटा भी आया, लेकिन अंतिम संस्कार नहीं किया और बोला- मां का अंतिम संस्कार किया, तो पत्नी जहर खाकर जान देने की धमकी दे रही है। मां के मरने की सूचना पर आई महिला की बेटी पूजा चौरसिया ने मां को लावारिस की तरह वृद्धाश्रम में रखने का भाई पर आरोप लगाते हुए बताया कि मां के अंतिम संस्कार तक के लिए भाई तैयार नहीं है। वृद्धाश्रम की सेविका अरुणा बुंदेला ने बताया कि वे वृद्ध महिला की मौत की सूचना देने उनके बेटे के घर गई थी, तो उनकी बहू उल्टा उनसे अपशब्द कहने लगी। बाद में समाजसेवियों ने यह बीड़ा उठाया।

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