धर्मेंद्र हत्याकांड
राकेश निरंजन की गोली से घायल धर्मेंद्र के पिता मूलचंद सेन की भी मौत
राकेश निरंजन की गोली से घायल धर्मेंद्र के पिता मूलचंद सेन की भी मौत
धर्मेंद्र सेन हत्याकांड में कलेक्टर एवं विधायक के आश्वासन के बाद भी परिवार को अभी तक नहीं मिली सहायता राशि
हरपालपुर। विगत दिनों नगर के राजा कॉलोनी स्थित धर्मेंद्र सेन की पत्नी को छेड़ने पर हुए विवाद के चलते आरोपी राकेश निरंजन ने अपनी बंदूक से गोली मारकर धर्मेंद्र की हत्या कर दी थी और उसके पिता मूलचंद सेन जो रेलवे का कर्मचारी है गोली लगने से घायल हो गया था। तभी से मूलचन्द सेन बिस्तर पर पड़ा था और अंततः शनिवार करीब 11:00 बजे मूलचंद सिंह सेन की मौत हो गई पुलिस द्वारा मूलचंद सेन का पंचनामा पीएम करवा कर उसका पार्थिव शरीर परिवार को सौंप दिया
इस हत्याकांड में राकेश निरंजन द्वारा धर्मेंद्र सेन की पत्नी को छेड़ने पर पूर्व में विवाद हुआ और मोहल्ले के कुछ लोगों द्वारा दोनों के बीच एक राजीनामा भी लिखा गया इसके बाद 28 जुलाई 2019 को रात्रि करीब 8:00 बजे दोनों के बीच पुनः विवाद हुआ और राकेश निरंजन ने मूलचंद को और धर्मेंद्र को गोली मार दी थी। धर्मेद्र सेन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी और मूलचंद सेन गोली लगने के कारण तभी से बिस्तर पर पड़ा हुआ था। क्षेत्रीय विधायक नीरज विनोद दीक्षित एवं तत्कालीन कलेक्टर मोहित बुंदस ने ग्राम इमलिया में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में सम्मिलित होकर सीधे धर्मेंद्र सेन के घर पर सांत्वना देने पहुंचे और उन्हें सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया था। लेकिन हत्याकांड के दस माह बीत जाने के बाद भी धर्मेंद्र के परिवार को आज तक कोई भी सहायता राशि प्राप्त नहीं हुई है इस कारण धर्मेंद्र सेन का परिवार दाने-दाने के लिए मोहताज है। जबकि इस हत्या कांड के सह आरोपी ओ पी निरंजन और रिंकू निरंजन जमानत पर हैं। प्रत्यक्षदर्शी मूलचंद सेन की पत्नी एवं धर्मेंद्र की मां द्वारा दिए गए बयानों में राकेश निरंजन की पत्नी एवं बेटियों की नाम लिए गए मूलचंद में भी मीडिया के सामने राकेश निरंजन के परिवार के नाम लिए लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें शामिल नहीं किया गया और पुलिस ने मामले को तोड़ मरोड़ कर पेश की जाए इस कारण पुलिस ने भी आरोपियों के खिलाफ जांच सही नही की इसका सीधा फायदा हत्याकांड के आरोपियों को मिला इससे मात्र राकेश निरंजन सलाखों के पीछे है। न्याय के साथ साथ आर्थिक स्थिति ठीक नही होने एवं शासन से कोई सहयोग राशि ना मिलने के कारण धर्मेंद्र सेन का परिवार दर दर की ठोकर खाने के लिए मजबूर है और पिता मूलचंद सेन जो कि रेलवे के कर्मचारी थे वह भी ड्यूटी पर न जाने के कारण वेतन नहीं मिलने से परिवार आर्थिक एवं दयनीय स्थिति से गुजर रहा था। शनिवार को 11:00 बजे मूलचंद सेन ने बिस्तर पर ही अंतिम सांस ली गोलीकांड से के बाद से मूलचंद सेन बिस्तर से नहीं उठ सके और ना ही कोई उन्हें शासकीय मदद मिल सकी। आज भी यह परिवार दाने दाने के लिए मोहताज हैं।
बुन्देली न्यूज़
बुन्देली न्यूज़
0 टिप्पणियाँ