हरपालपुर काकूनपुरा पंचायत में लाखों का घोटाला: बिना काम किए ही हुआ भुगतान
हरपालपुर, मध्य प्रदेश – छतरपुर जिले की हरपालपुर तहसील के अंतर्गत आने वाली काकूनपुरा पंचायत में बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है, जहां जिम्मेदारों की मिलीभगत से बिना कार्य किए ही लाखों का भुगतान करवा लिया गया है। इस मामले में एक नहीं, बल्कि तीन तालाबों और एक सोख्ता गड्ढे (सोकपिट) के निर्माण में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं।
एक अंजान शिकायतकर्ता के अनुसार, इन सभी योजनाओं का भुगतान कागजों पर पूरा हो चुका है, जबकि मौके पर कोई काम नहीं हुआ है। इन तालाबों को बिना खोदे ही निर्माण पूरा दिखाकर लाखों रुपये सरकारी खजाने से निकाल लिए गए हैं। यह सीधे तौर पर सरकारी धन का दुरुपयोग और शासन को चूना लगाने का मामला है।
तालाब और सोकपिट घोटाले की पूरी जानकारी
* तीन तालाबों का फर्जी निर्माण: पंचायत रिकॉर्ड के अनुसार, काकूनपुरा में तीन नए तालाबों का निर्माण पूरा हो चुका है और इसके लिए लाखों का भुगतान भी किया जा चुका है। हालांकि, मौके पर इन तीनों स्थानों पर कोई काम नहीं हुआ है।
* सोकपिट भी कागजों पर ही बना: तालाबों के अलावा, एक सोख्ता गड्ढा (सोकपिट) भी कागजों पर ही बना दिया गया है, जिसका भुगतान भी हो चुका है।
यह घोटाला सरकारी अधिकारियों और पंचायत के जिम्मेदारों की मिलीभगत से संभव हुआ है। जल्द ही इस घोटाले से जुड़े सभी दस्तावेज़ों के साथ इसका खुलासा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री और कलेक्टर से होगी शिकायत
शिकायतकर्ता ने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर से शिकायत की जाएगी। सभी दस्तावेज़ों के साथ विस्तृत रिपोर्ट पेश करके दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी ताकि इस तरह के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके और सरकारी धन का दुरुपयोग रोका जा सके।
विधायक निधि से बनी सीसी रोड की खराब गुणवत्ता
इस भ्रष्टाचार की एक और परत तब सामने आई जब विधायक निधि से बनी सीसी रोड का हाल देखा गया। रोड का निर्माण इतना घटिया स्तर का था कि यह पहली ही बारिश में टूटकर बिखरने लगी। इसमें इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता बेहद खराब थी।
यह मामला सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता की कमी और भ्रष्टाचार को दर्शाता है। देखने वाली बात होगी कि इस शिकायत के बाद शासन प्रशासन क्या कदम उठाता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है। मामला गम्भीर है जांच का विषय है
0 टिप्पणियाँ