कब और किन जिलों में होगी बारिश?
मानसून की एंट्री के साथ ही, प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
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शुरुआती बौछारें (14-15 जून): मानसून की पहली बारिश मुख्य रूप से प्रदेश के पूर्वी जिलों में दर्ज की जाएगी। इनमें मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, शहडोल, सिवनी, अनूपपुर और उमरिया जैसे जिले शामिल हैं, जहां आज और कल के बीच भारी बारिश और गरज-चमक के साथ आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है। इन जिलों में रहने वाले लोगों को गर्मी से तत्काल राहत मिलेगी।
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धीरे-धीरे फैलाव (15-16 जून): पूर्वी जिलों में दस्तक देने के बाद, मानसून धीरे-धीरे मध्य प्रदेश के पश्चिमी और मध्य हिस्सों पर अपनी पकड़ बनाएगा। इस दौरान जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, रीवा, सतना, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, होशंगाबाद (नर्मदापुरम) और हरदा जैसे प्रमुख संभागों और उनके अंतर्गत आने वाले जिलों में भी 15-16 जून तक मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी। राजधानी भोपाल में भी इस अवधि में हल्की से मध्यम बारिश से मौसम सुहावना होने की उम्मीद है।
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आगे का विस्तृत अनुमान (18 जून से):
- 18 जून तक पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों, विशेषकर जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिलों में जबरदस्त और व्यापक बारिश की संभावनाएं हैं।
- 19 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश के साथ-साथ उत्तरी भागों में भी बारिश का जोर बढ़ेगा। ग्वालियर-चंबल संभाग के जिले जैसे ग्वालियर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में भी अच्छी खासी मूसलाधार बारिश होने की संभावना है।
- 20 जून तक मध्य प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में, जिसमें इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग के जिले भी शामिल हैं, मूसलाधार बारिश होने की उम्मीद है, जिससे सूखे की आशंकाएं काफी हद तक कम होंगी।
- 21 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन पश्चिमी मध्य प्रदेश और मध्य भागों, खासकर मालवा और निमाड़ क्षेत्र के जिलों जैसे इंदौर, उज्जैन, रतलाम, धार, खरगोन, खंडवा और बड़वानी में अच्छी खासी बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
- 22 जून में भी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों पर बारिश होने की संभावनाएं हैं, जिससे पूरे प्रदेश में मानसून की अच्छी सक्रियता जारी रहेगी।
इस साल का मानसून: बेहतर बारिश की उम्मीद
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे देश में सामान्य से अधिक बारिश (लम्बी अवधि के औसत का 106%) का अनुमान लगाया है। मध्य प्रदेश में भी इस साल सामान्य से बेहतर बारिश (104-106% तक) होने की उम्मीद है, जो कि कृषि के लिए बेहद शुभ संकेत है।
- जबलपुर और शहडोल संभाग में सबसे अधिक बारिश होने की संभावना है।
- भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और रीवा संभागों में भी औसत से 150% तक बारिश हो सकती है, जिससे जलस्तर में सुधार होगा।
वर्तमान स्थिति और आगामी दिनों का हाल:
गुरुवार, 12 जून को इंदौर में तेज हवाओं के साथ बारिश दर्ज की गई, जिससे कई जगह पेड़ गिरने की भी खबरें आईं। इसके अलावा धार के मनावर, ग्वालियर और मुरैना समेत कुछ जिलों में भी हल्की बारिश हुई थी। आज, 14 जून को राजधानी भोपाल में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन तापमान अभी भी 40-42 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। हालांकि, शाम होते-होते हल्की बारिश की संभावना है, जो उमस को बढ़ा सकती है, लेकिन जल्द ही भारी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है।
यह खबर किसानों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि अच्छी मानसूनी बारिश खरीफ की बुवाई के लिए अनुकूल माहौल बनाएगी और उपज में वृद्धि की संभावना है। मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है और ताजा अपडेट जारी करता रहेगा।
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